Getting My Shiv chaisa To Work
Getting My Shiv chaisa To Work
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थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
Lord, when the ocean was churned as well as deadly poison emerged, out within your deep compassion for all, You drank the poison and saved the globe from destruction. Your throat became blue, So You're generally known as Nilakantha.
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर shiv chalisa in hindi उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
लै त्रिशूल more info शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥